Friday, December 18, 2015

भाषा भूगोल परिवेश




भाषा क्यांे जरूरी है इस पर विमर्श करना और कक्षा में कैसे उसे स्थानांतरित किया जाए इसकी समझ विकसित करने बेहद जरूरी है। शिक्षकों को हिन्दी पढ़ाने के दौरान लिखने,पढ़ने और बोलने में बच्चों को परेशानी होती है। वर्णों को कैसे पढ़ाया जाए? बच्चों को लिखने में समस्या आती है इसे कैसे ठीक करें। बच्चों को वर्णों को बोलने में दिक्कतें आती हैं उन्हें कैसे सही उच्चारण सीखाएं इस तरह के सवालों से अकसर रू ब रू होना पड़ा है। फिर विचार किया कि क्यों न पहले दिन इन्हीं मसलों को विमर्श के लिए चुना जाए। भाषा क्या है? भाषा शिक्षण के दरमियाान किस किस्म की सावधानियां बरतनी चाहिए इस ओर हमें गंभीरता से विचार करना होगा। हमंे इस बात की ओर भी काम करने की आवश्कता है कि एक शिक्षक जब भाषा की कक्षा मंे प्रवेश करता है तब उसकी स्वयं की कैसी तैयारी होनी चाहिए। भाषा शिक्षण को लेकर काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। कक्षा में हिन्दी पढ़ाने के दौरान शिक्षकों को वर्तनी, वर्णमालाएं, उच्चारण आदि शिक्षण में दिक्कतें आती हैं। इसके मद्दे नजर हमने हिन्दी शिक्षण के तौर तरीकों पर विमर्श किया। कक्षा में हिन्दी कैसे पढ़ाई जाए यह एक गंभीर मसला है। तमाम सेमिनारों सब कुछ होती हैं लेकिन भाषा को लेकर कोई खास कार्य नहीं होता। भाषा समाज, भाषा की राजनीति, भाषायी परिवेश आदि पर विस्तार से चर्चा और गतिविधियों का आयोजन किया गया। भाषा को प्रभावित करने वाले तत्वों को कैसे नियंत्रित किया जाए एवं बहुभाषी कक्षा में शिक्षक कैसे पढ़ाए इसपर चर्चा की गई। भाषा शिक्षण में क्या और कौन से तत्व ध्यान में रखे जाएं ताकि भाषा शिक्षण रोचक हो जाए इस पर विस्तार से चर्चा की गई। भाषा कौशल के दौरान वाचन,लेखन,उच्चारण और पठन आदि को दुरूस्त किया जाए।
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