Friday, December 23, 2011

इन्सान से....

इन्सान से जगहों के मायने बदल जाते हैं,
तस्वीरों में मुस्कान जजब हो,
सदियों तलक यूँ ही मुस्कान बिखेरते रहते,
साथ में क्लिक करने वाला हाथ भी देख रहा होता,
इक चेहरे को दूर से देख कर कैद करने में उसका भी हाथ है.....
बेहद खुबसूरत चेहरा है...
चेहरे की मुस्कान,
न न मुस्कान नहीं ये हसी साफाक...
हमेशा आपकी और खीचती है.       

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