Wednesday, October 16, 2013

मलाला रूक जाना नहीं


प्यारी मलाल,
शुभाशीष। तुम्हें अभी काफी आगे जाना है। जाना है वहां तक जहां शिक्षा बच्चों से दूर है। जहां आतंक का कहर है। जहां तुमने सहा वहां भी जाना है। तुम्हारी अभी उम्र ही क्या है अभी तो पूरा आसमान तुम्हारा है। उड़ो जितनी ताकत हो पंख में। पूरी दुनिया तुम्हें चाहती है कि तुम आगे बढ़ों। 
तुमने कहा कि तुम बच्चों की शिक्षा के लिए बहुत कुछ करना चाहती हो। तुम उन यतीमांे के लिए करना चाहती हो जो किन्हीं वजहों से शिक्षा, परिवार से दूर हो गए। तुमने कहा कि पाकिस्तान के लिए कुछ करना चाहती हो। वहां प्रधानमंत्री बनना चाहती हो। बिल्कुल तुम्हारा यह सपना पूरा होगा। या खुदा मलाला की ख़्वाहिशे पूरी करना। 
मलाला एक बताना चाहता हूं कि अभी तुम्हारी उम्र छोटी है ज़रा ठहर कर अपने सपनों, विचारों और कल्पनाओं को देखो, समझो और फिर उसी हिसाब से योजनाएं बनाओं, रणनीतियां तैयार करो। तभी सपनों को पंख लग सकेंगे। वरना हम तो सपनों हजारों देखते हैं और वो अपनी मौत भी मर जाते हैं। अपने सपनों को जि़दा रखना है तो उन्हीं सपनों को पूरा करने के लिए अहर्निशम् कर्म में जुटना होगा। 
आमीन

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