Sunday, January 25, 2009

गणतंत्र मंदी और आम आदमी की नौकरी

आम आदमी इस गणतंत्र में क्या देख रहा है?
  1. अपनी नौकरी पर लटकती तलवार
  2. घर_बाहर सवाल पूछतीं नज़रें क्या मिया क्या इनदिनों घर में बैठक कर रहे हो
  3. बीवी भी चेहरा देख कर बार बार आखों में सपने लिए टुकुर टुकुर देखती है क्या होगा अब
  4. दोस्तों की बैटन में वो गर्माहट खो गई
  5. दफ्तर में फ़ोन करो तो बहानो की जड़ी मिलती है
  6. उस पर तीन दिन की छुट्टी उफ़ क्या निठल्ला समय भी भरी पड़ता है
  7. और भी सवाल है इस गणतंत्र पर सर उठा रहे हैं
  8. आतंक, बेरोजगार होते कम्पनी के लोग, बिटिया के सवाल आदि आदि

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