Monday, August 1, 2016

सरकारी नौकरी से मोह भंग


आज ऐसे युवाओं की संख्या बढ़ती जा रही है जिनका सरकारी नौकरी से मोह भंग हो रहा है। हमारे आप पास ही ऐसे युवा/युवतियां हैं जिन्हें निजी कंपनियों में अच्छी सैलरी मिल रही है लेकिन कई बार घर परिवार के दबाव में आकर अपनी नौकरी छोड़ सरकारी नौकरी के लिए प्रतियोगिता परीक्षा में बैठते हैं और मेहनत से उसे पा भी लेते हैं। लेकिन काम करने की आजादी और काम की प्रकृति जिस तरह की उन्हें निजी कंपनियों में मिलती हैं वह उन्हें सरकारी महकमों में नहीं मिल पाती। यहीं से उनके मन में सरकारी नौकरी के प्रति मोहभंग होना शुरू हो जाता है।
दुबारा ऐसे युवा/युवतियां निजी कंपनियों की ओर रूख करते हैं। यह एक विचारणीय सवाल है।

No comments:

शिक्षकीय दुनिया की कहानी के पात्र

कौशलेंद्र प्रपन्न ‘‘ इक्कीस साल के बाद पहली बार किसी कार्यशाला में बैठा हूं। बहुत अच्छा लग रहा है। वरना तो जी ...