Sunday, March 30, 2008

कहते हैं

कहते हैं की
जब हम होते हैं निरा शांत तब
चुप्पी भी शोर करती है
विजन भी भर आते हैं
तुम आते हो
लोग होते हैं
बस आप ही नही होते वहाँ बस होंगे वही लोग जिन से भागा किया दर बदर

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