६३ वीं गणतंत्र पर भी हमारे ही देश के कुछ भाग गायब रहते हैं. बिहार, पंजाब, नागालैंड आदि राज्य तो दिखी. इसके साथ ही अन्य राज्य भी झाकी में शामिल हुवे. लेकिन अपने ही देश के अंदमान निकोबार, लक्ष द्वीप इक्सीरे से नदारत रहे.
जब की जनपथ राज पथ पर देश के तमाम राज्यों को प्रदर्शन का पूरा पूरा हक़ है. यदि वो इस काबील नहीं की कदम ताल मिला सकें तो अन्यां विकसीत राज्यों को उनको तैयार करने का बीड़ा उठाना चाहिये. कम से कम वो भी भी तो देखें.
पुरे साल ख़बरों से तो गायब रहते ही हैं कम से कम साल में इक बार राज पथ पर देश के सामने देखें. वर्ना वो हमारे आम जन जीवन से यूँ ही कटे अलग थलग पड़े रहेंगे. इस अलगावो को पाटने का जीमा हमारा होना चाहिए. पिछले
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