उनीस साल पहले अयुध्या में जो कुछ हुवा वो क्या था आज जब यह सवाल सामने होता है तो जबान लाद्खादा जाती है.
पर उसी सरयू के तट पर हज़ारो हज़ार नर नार अपनी पहचान खो कर हम से पूछ रहे हैं क्यूँ जी कैसे हैं आप सब ?
राम के ललाट पर जरुर सिकन आई होगी. बगले झाकते राम को देखा है आपने ?
पर उसी सरयू के तट पर हज़ारो हज़ार नर नार अपनी पहचान खो कर हम से पूछ रहे हैं क्यूँ जी कैसे हैं आप सब ?
राम के ललाट पर जरुर सिकन आई होगी. बगले झाकते राम को देखा है आपने ?
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