अन्ना जी अन्ना जी....
क्या हुवा आपको,
जनता की म्हणत की कमाई,
मांग बॉम्बे में मैदान के किराए भरने ,
बैठने अनशन पर,
क्योँ चलेगये......
अन्ना जी अन्ना जी...
जरा सोच्लेते,
८, ९ लाख रुप्यी बोहोत होते हैं,
जनता अपने घर के मरमत्त कराई दे ,
बच्चे की फ़ीस दे या,....
क्या हुवा आपको,
जनता की म्हणत की कमाई,
मांग बॉम्बे में मैदान के किराए भरने ,
बैठने अनशन पर,
क्योँ चलेगये......
अन्ना जी अन्ना जी...
जरा सोच्लेते,
८, ९ लाख रुप्यी बोहोत होते हैं,
जनता अपने घर के मरमत्त कराई दे ,
बच्चे की फ़ीस दे या,....
No comments:
Post a Comment